VIDEO: कांग्रेस औऱ महापौर को सद्बुद्धि देने खुर्सीपार में निकाली गई मौन रैली, शामिल हुए हजारों लोग..

0
117

भिलाई नगर। खुर्सीपार के जोन-3 से अंडा चौक तक पूर्व मंत्री के बेटे मनीष पांडेय के नेतृत्व में आज मौन रैली निकाली गई। दरअसल श्रीराम जन्मोत्सव समिति खुर्सीपार प्रखण्ड एवं भारतीय जनता पार्टी खुर्सीपार मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में आज रामचंद्र होटल से विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए अंडा चौक तक मौन रैली निकाली गई। जिसमें पिछले 5 वर्षों से चले रहे सार्वजनिक दशहरा उत्सव को बंद कराने, राजनीतिक दबाव डालने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार और स्थानीय महापौर की सद्बुद्धि की कामना करते हुए अपने अधिकार के लिए लोगों का समर्थन मांगा गया।

रैली के आरंभ से ही स्थानीय लोगों ने आस्था से जुड़े इस अहम विषय के खिलाफ हो रहे राजनीतिक षड्यंत्र का विरोध करते हुए अपना समर्थन दिया। मौन जुलूस का नेतृत्व श्रीराम जन्मोत्सव समिति के युवा अध्यक्ष मनीष पाण्डेय, प्रदेश महामंत्री बुध्धन ठाकुर एवं नव जागृति दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष जयशंकर चौधरी ने किया।

मनीष पाण्डेय ने इस दौरान कहा कि पिछले 5 वर्षों से लोगों की आस्था से जुड़े इस कार्यक्रम को बंद कराना कांग्रेस सरकार की हिन्दू विरोधी नीति को उजागर करता है। प्रशासन पर अनैतिक दबाव डालकर अपना राजनीतिक हित साधना बहुत गलत है। सत्ता बदलने के बाद प्रदेश में अब रावणराज की स्थिति बन चुकी है। जिसके खिलाफ सच की मशाल लेकर श्रीराम जन्मोत्सव समिति और भिलाईवासी हमेशा संघर्ष करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि रघुपति, राघव, राजा राम, कांग्रेस और महापौर को सद्बुद्धि दे भगवान। रैली में मुख्य रूप से मुरलीधर अग्रवाल, पी.श्यामसुंदर राव, तेजबहादुर सिंह,लाल चंद मौर्य, जोगिंदर शर्मा, मार्तण्ड सिंह मनहर, काली प्रसाद, अनिल सिंह, रूपेश वर्मा, राजकुमार यादव, के.एल.श्रीवास्तव, नवल किशोर साहू, राजू श्रीवास्तव, जितेंद्र सिंह, मनीष अग्रवाल, जी.वी.आर.मुर्ति, अकबर अली, शिबू अग्रवाल, प्रभास चौधरी, मेवालाल यादव, विनोद गोयल, तोती भैया, लक्ष्मीनारायन, कृष्णा चौधरी, कामिल रॉबर्ट, अन्नू जायसवाल, लक्ष्मी साहू, पीताम्बर शर्मा, सोनू शर्मा, विनोद सिंह, राकेश श्रीवास्तव, शंकर राव, राजू सिंह, शिवदास केशरी, परमा शाह, राकेश अग्रवाल, रामप्यारे फौजी, रिकु साहु, बसंत प्रधान, विष्णु पाठक, गारगी मिश्रा, मनोज यादव, मानवेन्द्र सिंह, कलेश्वर साहु, भुनेश्वर साहु, राजमणि तिवारी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल थे।