कत्ल हुआ हमारा इस तरह किश्तों में… खंजर बदल गये… कभी कातिल बदल गये…

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वरिष्ठ पत्रकार शंकर पांडेय की कलम से..

छत्तीसगढ़ की राजनीतिक फिजा गरमाई हुई है। पिछले 2 मुख्यमंत्रियों के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में नाम वापसी के लिए करोड़ों के लेनदेन का आरोप उछाला गया है तो चांवल वाले बाबा के नाम से चर्चित डॉ. रमन सिंह की नान घोटाले पर प्रमुख भूमिका होने का आरोप चर्चा में है। पूर्व आईएएस, आईपीएस तथा प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने 2 थानों में एफआईआर दर्ज हो चुका है तो उनके पुत्र अमित जोगी जन्म प्रमाणपत्र को लेकर न्यायिक हिरासत में है। थाने, न्यायालय, जेल, राजनीति आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वैसे दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव से भी इसे जोड़ा जा रहा है।

  • अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार द्वारा नामांकन वापसी तथा तथाकथित लेनदेन का एक सियासी टेपकांड फिर चर्चा में है। मंतूराम पवार ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (कांकेर) आर.एन. दास पर नाम वापसी के लिए दबाव बनाने तथा झीरमघाटी की तरह निपटाने का आरोप मजिस्ट्रेट के सामने धारा 164 के तहत दिये गये बयान में लगाया है।
  • उन्होंने अंतागढ़ चुनावडील 7.5 करोड़ की होने, पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बंगले में पैसों का लेनदेन इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी के शामिल होने संबंधी बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया है।
  • ज्ञात रहे कि उस समय प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल थे और उन पर यह राजनैतिक हमला माना गया। ज्ञात रहे कि बाद में मंतूराम पवार को भाजपा में प्रवेश दे दिया गया था, उस समय धरमलाल कौशिक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। हाल ही में मंतूराम पवार के आरोप के बाद उसे भाजपा ने भी पार्टी से निकाल दिया है।