प्रांत से थोपे गए जिलाध्यक्ष को संघ बायलॉज का उल्लंघन बताकर मानने से इन्कार, गिरजा शंकर शुक्ला ही रहेंगे जिलाध्यक्ष

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रायपुर 18 जुलाई, 2019। मामला है शिक्षकर्मियो के संघ छत्तीसगढ़ पंचायत एवं नगरीय निकाय शिक्षक संघ का जिसके प्रांताध्यक्ष ने रायगढ के जिलाध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला को अनुशाहीनता के आरोप में जिलाध्यक्ष पद से 6 माह के लिए निलंबित कर नेतराम साहू को प्रभारी जिलाध्यक्ष बनाया है। लेकिन गिरजा शंकर शुक्ला का कहना हैं कि मुझे ऐसा कोई लिखित पत्र प्राप्त नही हुआ है सिर्फ वाट्सअप पोस्ट चला हैं जो ऐसे मामले में मान्य नही है। वही संघ के सभी विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियो का कहना है कि गिरजा शंकर शुक्ला ने किसी भी प्रकार से अनुशासनहीनता नहीं किया है उनके द्वारा जिला बैठक में सभी विकासखंड अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियों द्वारा आम शिक्षक के भावना व हित में सर्वसम्मति से किए गए प्रस्ताव को जिला में लागू कर अमल किया है जो जिलाध्यक्ष होने के नाते उनका दायित्व है। 

विकासखंड अध्यक्ष व जिला जिला पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि नेतराम साहू को प्रान्त द्वारा संघ बायलॉज के विपरीत जिला में प्रभारी जिलाध्यक्ष के रूप में थोपा गया। जिसे हम कतई स्वीकार नही करेंगे। क्योंकि संघ बायलॉज अनुसार जिलाध्यक्ष के चयन का अधिकार विख अध्यक्ष को हैं। और सभी विख अध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला को ही जिलाध्यक्ष मानते हैं और वही बने रहेंगे। उनके अनुसार प्रांताध्यक्ष का यह तानाशाही रवैया हैं जो एक तरफा बिना कारण गिरजा शंकर शुक्ला के ऊपर अनुशाहीनता लागू कर रहे हैं और वही विख अध्यक्ष के अधिकारों का हनन करके एकाधिकारी बन रहे है जिसे कतई स्वीकार नही किया जा सकता।

इस पूरे मामले के पीछे संघ बायलॉज के विपरीत प्रांताध्यक्ष का अवैध मनोनयन और प्रांतीय निकाय में वित्तीय अनिमित्ता तथा संघ बायलॉज के विपरीत किए गए कार्यो को बताया जा रहा हैं क्योंकि 23 जून को जिला बैठक के बाद इस संबंध में 9 बिन्दुओ का आवेदन प्रांतीय निकाय को भेजा गया है। जिसके बाद यह मामला गरमाया और प्रांताध्यक्ष ने स्वम् पर खतरा महसूस करते हुए यह कार्यवाही की है।

इस मामले में विख अध्यक्ष व जिला पदाधिकारियो का स्पस्ट कहना है कि जिला के आवेदन पर प्रांतीय निकाय कार्यवाही नही करता हैं तो बायलॉज के विपरीत प्रांताध्यक्ष का अवैध मनोनयन, वित्तीय अनिमित्ता सहित अन्य विषयों पर पंजीयन कार्यालय रायपुर में सयुक्त हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रस्तुत किया जाएगा और कार्यवाही की मांग किया जाएगा क्योंकि हर विवाद की स्थिति में पंजीयन कार्यालय का निर्णय ही अंतिम व सर्वमान्य होता है।

जिला प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी शैलेंद्र मिश्रा ने कहां

वाट्सएप्प पोस्ट से पता चला है कि प्रांताध्यक्ष द्वारा प्रभारी जिलाध्यक्ष बनाया गया है कोई अधिकृत पत्र नही आया है इसलिए मान्य नही है। और यह संघ बायलॉज के विपरीत है विख अध्यक्ष को ही जिलाध्यक्ष चयन का अधिकार है। श्री गिरजा शंकर शुक्ला जी द्वारा कोई भी अनुशाहीनता का कार्य नही किया गया है। उन्हें षणयंत्र का शिकार बनाया जा रहा है। जिसे जिला स्वीकार नही करता। श्री शुक्ला जी ही जिलाध्यक्ष बने रहेंगे।

विख अध्यक्ष रायगढ राज कमल पटेल ने कहा

ऐसा कोई पत्र नही आया है और वाट्सएप्प में तो कई तरह की खबरे चलता रहता है। जिलाध्यक्ष श्री गिरजा शंकर शुक्ला जी ने कोई अनुशाहीनता का कार्य नही किया है। और श्री शुक्ला जी ही हमारे जिलाध्यक्ष हैं।

विख अध्यक्ष तमनार अजय पटनायक ने कहा

श्री गिरजा शंकर शुक्ला जी ने कोई अनुशासनहीनता नही किया यदि प्रांताध्यक्ष ऐसा कर रहे हैं तो वह अनुचित है। हम थोपा जिलाध्यक्ष को नही मानते यह हमारे अधिकारों का हनन हैं। हमारे जिलाध्यक्ष श्री गिरजा शंकर शुक्ला जी ही हैं।

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