खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे युवकों को मोहल्ले वालों ने रोका, तो टीआई ने सटोरिए के कहने पर एक ही परिवार के 2 लोगों पर कर दिया एफआईआर दर्ज, लोगों में आक्रोश..

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रायपुर@ रवि कुमार। तिल्दा-नेवरा थाने के टीआई शरद चंद्रा का एक ऐसा काला कारनामा सामने आया है, जिससे न केवल शहर, बल्कि पूरे रायपुर जिले में पुलिस की थू-थू हो रही है। दिवाली की रात खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे युवकों को मोहल्ले वालों ने रोका, तो टीआई ने सटोरिए के कहने पर लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दिया. इससे लोगों में पुलिस के खिलाफ भारी आक्रोश व्याप्त है. लोगों का कहना है कि जब से ये टीआई आए हैं, तब से लोगों का पुलिस पर से विश्वास उठ चुका है। इस घटना के बाद से पुलिस के प्रति लोगों का आक्रोश खुलकर सामने आया है। यह आक्रोश कभी भी सड़क पर आ सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार, दिवाली की रात शहर का नामी सट्टेबाज नंदलाल लालवानी का युवा पुत्र बबन लालवानी अपनी क्रेटा कार में कुछ युवकों के साथ घूमने निकला था। इस बीच सड़क के किनारे कुछ बच्चियाँ परिजनों के साथ पटाखे फोड़ कर दिवाली मना रही थीं। उन्हें देखकर बबन  ने कार के शीशों को खोल दिया और हुटिंग करते हुए कट मारकर तेजी से निकल गया। कुछ ही देर में फिर वापस आ गया और पूरे शरीर को कार के दरवाजे से बाहर निकालकर जोर से चिल्लाने लगा और शोर मचाते हुए तेजी से निकल गया। इस बार उसकी कार और भी तेज थी। इसके बाद युवक कार को बार-बार वही घुमाते रहे। इसी बीच वहां खड़े कुछ लोगों ने कार को रोका, तो फिल्मी स्टाइल में लोगों को धमकाते हुए युवक कार से नीचे आ गए। उसमें से एक युवक अपने आपको सटोरिया नंदू लालवानी का लड़का बताकर पुलिस की पहुंच बताने लगा। इतना ही नहीं, उसने यहां तक कह दिया कि ज्यादा करोगे तो और लड़कों को बुलाकर ठीक कर दूंगा। उसने मोबाइल से अपने सट्टेबाज पिता को भी वही बुला लिया। पिता के आने के बाद उसका मनोबल इतना बढ़ गया कि मारपीट पर उतारू हो गया. लेकिन मोहल्ले वालों ने उन्हें पकड़ लिया और ठीक-ठाक उनकी खातिरदारी कर दी। देखते ही देखते वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए। इस बीच कुछ लोगों ने युवकों को पकड़कर पुलिस थाने ले जाने की बात कही। इससे युवक घबरा गए और  विरोध को बढ़ते देख युवकों ने माफी मांगने में ही अपना भला समझे। वे अपनी गलती स्वीकार कर चले गए।

जब मोहल्ले के लोग अपने-अपने घरों कोचल दिए,तो सटोरिया  अपने पुत्र व उनके साथियों को लेकर थाना पहुंच गया।पुलिस ने दो के खिलाफ नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ 323,  2 , 294, 506 का मामला दर्ज कर दिया। जब इस बात की जानकारी एक युवक को हुई,तो उन्होंने फोन कर सभी को बताया।तब रात को ही 50 युवक विरोध करने थाने पहुंचे गए। इस दौरान टीआई शरदचंद्रा सटोरिए को सामने कुर्सी पर बिठा कर गप्पे मार रहे थे।लोगों की भीड़ आती देख पहले तो टीआई पुलिसिया रौब दिखाने लगा और रिपोर्ट लिखना ड्यूटी बताकर धमकाने लगा। इस पर लोगों का आक्रोश बढ़ गया, तो पुलिस ने नंदलाल और उसके बेटे के खिलाफ भी काउंटर केस दर्ज किया।

आम लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने से टीआई के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश है। जबकि बदमाश युवकों की सारी हरकतें सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुकी है। रात 11:42 बजे से 11:46  बजे के बीच युवक तीन बार तेजी के साथ क्रेटा को चलाते हुए इधर-उधर चक्कर लगाते कैमरे में दिख रहे हैं।

चोर को पकड़ा और ले-देकर मामला सलटा दिया :

लोगों का कहना है कि रिपोर्ट लिखना धर्म की बात करने वाले टीआई शरद चंद्रा ने एक सप्ताह पूर्व एक युवक को चोरी के आरोप में पकड़ा था। आरोपी ने चोरी करना कबूल लिया और उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने टीवी कहां पर किस व्यक्ति के पास बेची है। क्योंकि जिस व्यक्ति ने टीवी खरीदा था उनका साथी पुलिस की दलाली करता है। इसीलिए पुलिस ने प्रार्थी को टीवी के बदले 15 हजार रुपए दिलाकर चलता कर दिया है। और आरोपी भी थाने से ही छोड़ दिया गया।लेकिन टीआई को उस समय अपना धर्म याद नहीं आई। बताया जा रहा है कि टीआई के विरुद्ध महिलाओं का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस मामले की शिकायत करेंगे। गुंडागर्दी करने वाले युवकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग का एक ज्ञापन भी सौंपेंगे।

थाना तिल्दा नेवरा के टीआई शरद चंद्रा ने बताया कि थाने में कोई भी आकर रिपोर्ट दर्ज करा सकता है रिपोर्ट लिखना मेरा धर्म है रहा सवाल, जिस व्यक्ति को सटोरिया बताया जा रहा है उनके द्वारा झूठी रिपोर्ट लिखाने का तो हम इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।