ACB की रिश्वतखोरों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई… जल संसाधन विभाग का क्लर्क रंगे हाथों गिरफ्तार.. 4 साल पहले रिटायर्ड हुए चौकादार से मांगी थी रिश्वत..

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अंबिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो अंबिकापुर की टीम ने आज रिश्वतखोर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। चौकीदार के पेंशन के नाम पर घूस लेते एक कर्मचारी को रंगे हाथों धर दबोचा है। मामला जल संसाधन विभाग का है, जहां लिपिक विनय कुमार सिन्हा को ACB ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक साल 2015 में ही जल संसाधन विभाग अंबिकापुर में चौकीदार के पद से रिटायर हुए लरघुराम सिंह को अभी तक ना तो ग्रेच्युटी मिली थी और ना ही पेंशन ही फिक्स किया गया था। जबकि इसी महीने एक आरआई को महिला से रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था।
• 4 साल पहले विभाग से चौकीदार के पद से सेवानिवृत्त व्यक्ति से गेच्यूटी व पेंशन प्रकरण के निराकरण के एवज में की गई थी। एसीबी द्वारा आरोपी क्लर्क को न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया जारी है।
• जल संसाधन विभाग संभाग क्रमांक-1 अंबिकापुर में शहर का एक व्यक्ति चौकीदार के पद से वर्ष 2015 में रिटायर हुआ था। उसका गेच्यूटी व पेंशन प्रकरण का निराकरण 4 साल बाद भी नहीं किया गया था।
• जब वह गे्रच्यूटी व पेंशन की राशि के लिए विभाग के क्लर्क विनय कुमार सिन्हा के पास पहुंचा तो उसने प्रकरण बनाने के एवज में 7 हजार रुपए और रिश्वत की डिमांड की, जबकि पूर्व में वह 3 हजार रुपए ले चुका था।
• यह बात सेवानिवृत्त चौकीदार ने अपने बेटे लोचन सिंह को बताई। इस पर लोचन सिंह ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की।
• इसके बाद एसीबी की टीम ने रिश्वत की डिमांड करने वाले बाबू को रंगे हाथों पकडऩे की योजना बनाई। तय कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार की दोपहर पीडि़त को केमिकल लगा 7 हजार रुपए देकर क्लर्क के पास भेजा।
• दफ्तर में जैसे ही क्लर्क विनय कुमार सिन्हा ने रिश्वत के रुपए लिए, पहले से वहां इधर-उधर मौजूद एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
• पुलिस ने उसके पास से केमिकल लगे 7 हजार रुपए भी बरामद किए। टीम द्वारा अब लालची बाबू को न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है।
4 साल बाद भी नहीं हुआ था भुगतान
• सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी का आलम ये है कि रिटायरमेंट के बाद शासन से मिलने वाले गे्रच्यूटी व पेंशन प्रकरण का निपटारा करने के लिए भी कुछ क्लर्क रिश्वत की मांग करते हैं। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ।
• 4 साल से गेच्यूटी व पेंशन प्रकरण का निराकरण करने की जगह उसे लटका कर रखा गया था। इधर शिकायत मिलने के बाद एसीबी अंबिकापुर की टीम द्वारा रिश्वतखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में एसीबी के उप पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल, निरीक्षक प्रमोद खेस, आरक्षक राजेश यादव, उपेंद्र यादव व योगेंद्र सिंह शामिल रहे।