बड़ी खबर : शिक्षकों की श्मशान घाटों में लाशों को पहुंचाने की लगी ड्यूटी, गुरूजी करेंगे अब शवों का कॉर्डिनेशन….

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रायपुर। कोरोना काल शिक्षकों से जो चाहे हो करा सकता है। अब तक शिक्षक कांटेक्ट ट्रेसिंग, वैक्सीनेशन, कटेंनमेंट जोन में ड्यूटी, स्टेट बोर्डर पर तैनाती जैसे काम तो कर ही रहे थे। लेकिन अब तो शिक्षकों की ड्यूटी श्मशान घाटों में शवों को पहुंचवाने की लगायी जा रही है। ये आदेश प्रदेश स्तर पर तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन शिक्षक बिरादरी में अटकलें लगने लगी है कि प्रदेश स्तर और इस तरह का आदेश जारी हो सकता है।

डोंगरगढ़ में जारी हुआ आदेश

इस तरह का पहला आदेश प्रदेश के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से जारी हुआ है। SDM कार्यालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक रोटेशन पालिसी के तहत शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। जो कोविड सेंटर में मृत मरीजों को श्मशान घाट तक पहुंचवाने का काम करेंगे और परिजनों के साथ कॉर्डिनेट करेंगे। वो कंट्रोल रूम से पूरा कॉर्डिनेशन का काम करेंगे।

शिक्षकों की तीन शिफ्ट में श्मशान घाट में लगाई गई थी ड्यूटी

आपको बता दें कि इससे पहले सूरत नगर निगम ने शिक्षकों की श्मशान घाट में ड्यूटी लगाने का आदेश दिया था। शिक्षकों की 24 घंटे तीन शिफ्ट में श्मशान घाट में ड्यूटी लगायी गयी थी, जो ना सिर्फ शवों को गिनने, बल्कि उनकी दस्तावेजी खानापूर्ति पूरी करेंगे, बल्कि उनके अंतिम संस्कार के लिए कार्डिनेशन का भी काम कर रहे हैं।