30 मार्च, 2019 रायपुर। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ में आबंटित होने वाले कैरोसिन कोटे को घटा दिया है। पहले यह आबंटन 1.72 लाख लीटर था जो अब 1.15 लाख लीटर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसको लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। जिसमें सीएम भूपेश ने प्रधानमंत्री से राज्य में कैरोसिन कोटा बढ़ाने की मांग की है। उज्जवला योजना के प्रभावी होने के बाद केंद्र ने कैरोसिन का कोटा घटाना शुरु किया है। लेकिन वास्तविक स्थिती है कि छत्तीसगढ़ में अभी भी कैरोसिन का उपयोग लगातार हो रहा है। इसी मुद्दे को लेकर सीएम भूपेश ने पत्र लिखकर आंकड़ो के साथ स्थिति स्पष्ट करते हुए लिखा है
सीएम भूपेश बघेल ने अपने लेटर में ये भी बताया कि आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि प्रत्येक हितग्राही द्वारा प्रतिवर्ष औसतन एक ही सिलेंडर रिफिल कराया गया है। इसकी वजह है कि ग़रीबी रेखा से नीचे रहने वालों को सिलेण्डर की पूरी कीमत जो राज्य में 773 रुपए है, उस पर ख़रीदना पड़ता है, जबकि सब्सिडी की राशि जो 270 रुपए है वो बाद में हितग्राही के खाते में आती है।गरीब परिवार एकमुश्त यह राशि नही दे पाता।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया है कि यही वे वजह हैं जिनकी वजह से ग़रीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों के लिए सिलेण्डर के बजाय खाना पकाने के लिए ईंधन के रुप में कैरोसिन के उपयोग की जरुरत पड़ती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में केरोसिन की कटौती से गरीब परिवारों को वितरण ना होने और परेशानियों का हवाला देते हुए माँग की है कि राज्य को केरोसिन का कोटा 1.58 लाख लीटर किया जाए।
सीएम भूपेश का पूरा लेटर पढ़िए..