केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव के बाद पहली बार पहुंची अमेठी.. कार्यक्रम के दौरान एक महिला पैरों में गिरकर मांगने लगी मदद.. स्मृति ने गले भी लगाया उसके बाद क्या हुआ देखिए ये वीडियो..

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22 जून 2019, अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर हैं। शनिवार को अमेठी पहुंची स्‍मृति ईरानी ने कई योजनाओं का लोकार्पण किया। स्मृति ईरानी की दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री पद संभालने के बाद यह पहला अमेठी दौरा है। इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले रही हैं। शनिवार को अमेठी की तिलोई विधानसभा में आयोजित एक कार्यक्रम में एक महिला स्मृति ईरानी के पैरों पर गिरकर मदद मांगने लगी। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है।

वीडियो में दिख रहा है कि, एक महिला मंच पर आती है और स्मृति इरानी को एक प्रार्थना पत्र देकर उनके पैर पकड़ लेती है। अचानक महिला के पैर पकड़ने से स्मृति ईरानी हैरान हो जाती हैं। वह उस महिला को बार-बार आश्वासन देते हुए उठाती हैं। महिला को उठाकर स्मृति इरानी ने गले लगाकर आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत का समाधान कराया जाएगा। इसके बाद वहीं पर मौजूद अन्य अधिकारी आ जाते हैं।

स्मृति ईरानी महिला की शिकायत को पास खड़े एक अधिकारी को देखने का आदेश देती हैं। वहीं उस महिला को केंद्रीय मंत्री वादा करती हैं। उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा। दरअसल उस महिला की जमीन को उसके परिवार के कुछ लोगों ने हड़प लिया था। जिसके बाद से वह अपनी शिकायत लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पास पहुंची थी। इस दौरान मंच पर उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री मोहसिन रजा समेत अन्य बीजेपी नेता भी मौजूद रहे।

वहीं शनिवार को अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने सबसे पहले दिवंगत भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह के बरौलिया स्थित घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ गोवा के मुख्यंत्री प्रमोद सावंत भी थे। इस मौके पर उन्होने जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, किसी ने कल्पना नहीं की थी कि एक साधारण परिवार की महिला को आपका प्रतिनिधि बनने का अवसर मिलेगा। एक ऐसे क्षेत्र में जो ‘नामदार’ का गढ़ था, जहां यह माना जाता था कि भले ही सांसद 5 साल तक नहीं लौटे, लोग उसे स्वीकार करेंगे।

ईरानी ने कहा कि, यहां एक सामाजिक क्रांतिआई जब सभी लोग मतदान केंद्रों पर गए और उन्होंने ‘कमल’ के बटन को दबाया और संदेश दिया कि ‘नामदार’ के लिए लोकतंत्र नहीं बनाया गया है।

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