क्वारेंटाइन सेंटर का अजीबो-गरीब हरकत.. भूत-प्रेत समझ मजदूर को पिलाया पेशाब.. छत्तीसगढ़ में अंधविश्वास का फैलता जाल…

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कोरबा 29 जून, 2020। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है। करतला ब्लॉक के एक क्वारेंटाईन सेंटर के ठहरे प्रवासी मजदूर प्रेत आत्मा से इस कदर भयभीत है कि जब उनके कुछ साथी उटपटांग हरकत करने लगे तो, अन्य मजदूरों ने प्रेत आत्मा का साया समझकर उन्हें पेशाब तक पिला दिया। और क्वारेंटाईन सेंटर में हल्ला कर वहां नहीं रहने की बात करने लगे। प्रवासी मजदूरों ने जांच में हो रही देरी को लेकर भी सरकार पर गुस्सा दिखाने लगे।

मामला कोरबा जिले के करतला ब्लॉक के ग्राम पंचायत पठियापाली का है। जहां स्कूल में बनाए गए क्वारेंटाईन सेंटर का में क्वारेंटीन प्रवासी मजदूरों के मन में इन दिनों भूतों का डर इस कदर घर कर गया है। वे सभी क्वारेंटाईन सेंटर से भागने को भी तैयार हो गए थे जिन्हें फिलहाल समझा-बुझाकर क्वारेंटाईन सेंटर में दुबारा ठहरा तो दिया गया है। लेकिन उनके मन में बैठ चुके भूत-प्रेत के डर को नहीं निकाला जा सका। आज भी वहां क्वारेंटिंन मजदूर भूतों के डर से रात को सोने से डरते हैं। क्यूंकि जब वे रात को सोए थे तब उनके कुछ मजदूर साथी अजीब हरकत करने लगे। लोग भूत-प्रेत सवार होने की बात करने लगे। यह बात हम नहीं बल्कि मजदूर कह रहे हैं।

स्कूल परिसर के अंदर दिखाई दे रहे मजदूर बता रहे हैं कि इनको स्कूल के अंदर प्रेत आत्मा का साया नजर आता है। कुछ साथी की उटपटांग हरकत देखकर अन्य लोगों के मन में भी डर समा गया है। मजदूर बताते हैं कि जिस व्यक्ति के ऊपर प्रेत आत्मा का साया था उसको भगाने के लिए लोगों ने युवक को पेशाब तक पिला दिया। भूत के डर से लोग रतजगा करने मजबूर हैं। साथ ही लोगों ने कहा कि 14 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आने से लोगों के मन मे संक्रमण का डर, घर कर गया है।

क्वारेंटाईन सेंटर के नोडल प्रभारी व गांव के जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझाया कि भूत प्रेत कुछ नहीं होता आप सभी निश्चिंत होकर सेंटर में रहें। नोडल प्रभारी का कहना है कि भूत-प्रेत की बात अंधविश्वास है ऐसी घटना नहीं हुई है। कुछ दिन पहले सेंटर के एक आदमी का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गया जिसके बाद लोगों के मन मे डर है। वही ग्राम पंचायत के सरपंच श्यामलाल कँवर ने बताया कि गाँव में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है इसके बावजूद ग्रामीण नियमो की अनदेखी कर मनमानी करते हुए अन्य गांव मे आना जाना कर रहे हैं। पंचायत स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। इसके लिए शासन प्रशासन से सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजामात करने की मांग की है। उन्होंने भी बताया कि मजदूर प्रेत आत्मा की बात कहते हुए सेंटर बदलने की मांग कर रहे हैं।

बहरहाल भूत-प्रेत बाधा जैसी बात अंधविश्वास को बढ़ावा देती है जिसे प्रवासी मजदूर कह रहे है साथ ही भूत-प्रेत के नाम से लोगों को पेशाब पिलाना और पेशाब से नहलाना अमानवीय कृत्य है। ऐसे मजदूरों को क्वारेंटिंन पीरियड के बाद काउन्सलिंग की भी जरूरत है।