बस्तर संभाग के सभी जिलों में दस-दस आश्रम-छात्रावासों को मॉडल बनाने मुख्य सचिव ने दिये निर्देश…

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कांकेर@प्रांजल झा। प्रदेश के मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल ने आज बस्तर संभाग के कमिश्नर, सभी जिलों के कलेक्टरों और सीईओ जिला पंचायत की कांकेर में बैठक लेकर संभाग के सभी जिलों में दस-दस आश्रम-छात्रावासों को मॉडल बनाने के निर्देश दिये तथा इसके लिए उनके द्वारा कमिश्नर बस्तर संभाग को 20 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई।

बैठक में कलेक्टरों को निर्देशित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि मॉडल आश्रम-छात्रावासों में शुद्ध पेयजल, 24 घण्टे पानी की व्यवस्था, स्वच्छ टायलेट तथा छात्रावासी बच्चों के लिए नहाने के लिए बढ़िया व्यवस्था सहित सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होना चाहिए। आश्रम-छात्रावासों में रहने वाले बच्चों को अपने घर से भी अच्छा माहौल मिले यह सुनिश्चित की जाये। उनके द्वारा चारामा तहसील के ग्राम कानापोड़ (लखनपुरी) में 50 सीटर कन्या छात्रावास की स्वीकृति भी प्रदान की गई तथा इसे तीन महीने के भीतर पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
मुख्य सचिव आरपी मण्डल ने वनाधिकार मान्यता पत्र की समीक्षा करते हुए बस्तर संभाग में एक महीने के भीतर 15 हजार व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टा, 20 हजार सामुदायिक वन अधिकार हक और संभाग के सभी 4077 गांवों में सामुदायिक वन संसाधन हक प्रदान करने के लिए निर्देशित किया। कैम्पा मद एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत संभाग के सभी जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य मार्ग के किनारे से बड़े पैमाने पर फलदार एवं छायादार वृक्षों का पौधरोपण कराने और उसकी सुरक्षा के लिए लकड़ी व बांस से बने ट्री-गार्ड लगाने के लिए निर्देशित किया। लघुवनोपज संग्रहण कार्य तथा नोवल कोरोना वायरस से बचाव हेतु किये जा रहे कार्यों के लिए उनके द्वारा अधिकारियों की प्रशंसा की गई। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ द्वारा उत्पादित देवभोग दूध एवं उससे बनी मिठाईयों का विक्रय बस्तर संभाग के जिलों में दो-गुना करने का लक्ष्य भी उनके द्वारा अधिकारियों को दिया गया।

बस्तर संभाग के कमिश्नर अमृत खलखों ने मुख्य सचिव को भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा जो भी निर्देश दिये गये है, उसका पालन करते हुए शत प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति की जायेगी। बैठक में आदिमजाति कल्याण विभाग के सचिव डी.डी. सिंह, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक व्ही. श्रीनिवास राव, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ नरेन्द्र कुमार दुग्गा, कलेक्टर कांकेर के.एल. चौहान, कलेक्टर कोण्डागांव नीलकंठ टेकाम, कलेक्टर बस्तर डॉ. अय्याज तंबोली, कलेक्टर दंतेवाड़ा टोपेश्वर वर्मा, कलेक्टर नारायणपुर पी.एस. एल्मा, कलेक्टर बीजापुर के.डी. कुंजाम, कलेक्टर सुकमा चन्दन कुमार एवं बस्तर संभाग के समस्त जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और समस्त सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग मौजूद थे।